Latest Updates

वृषभ राशि के लिए साल 2025 का राशिफल

taurus-rashiphal-2025

वृषभ राशि के जातकों के लिए 2025 का साल पैसे के लिहाज से, धन के संचय के लिहाज से, कारोबार के लिहाज से कैसा रहने वाला है ?  ज्योतिष में जब धन की बात आती है तो जन्म कुंडली में आय के स्थान और धन स्थान के स्वामी के अलावा दोनों भावों के कारक गुरु विपुल धन के कारक ग्रह शुक्र और आपकी राशि के स्वामी पर इन ग्रहों के प्रभाव का भी आकलन किया जाता है। 2025 बहुत विशेष रहने वाला है। गुरु, राहु, केतु, शनि ये चारों ही ग्रह इस साल गोचर करेंगे। शनि 29 मार्च को राशि बदलेंगे और मीन राशि में आ जाएंगे। जबकि गुरु का गोचर 15 मई को होगा और गुरु मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इसके अलावा 29 मई को राहु और केतु का गोचर होगा। राहु, कुंभ राशि में गोचर करेंगे। जबकि केतु का गोचर सिंह राशि में होगा।  शनि मीन राशि में आएंगे तो ये आपकी कुंडली में 11वें भाव में आ जाएंगे और शनि का 11वें भाव का गोचर बहुत शुभ होता है। शनि आपकी कुंडली में भाग्य और कर्म दोनों स्थानों के स्वामी बन जाते हैं। इसलिए वृषभ राशि के लिए यह योगा कारक ग्रह है और योगा कारक ग्रह का शुभ गोचर में आ जाना आय के लिहाज से काफी अच्छे फल करेगा। राहु इस समय आपकी कुंडली के 11वें भाव में गोचर कर रहे हैं और 31 मई तक यह 10वें भाव में आ जाएंगे। राहु का 11वें भाव और 10 शनि राहु का 11वें भाव और दसवें भाव दोनों में गोचर शुभ होता है।

गुरु के 15 मई को मिथुन राशि में और राहु के 31 मई को कुंभ राशि में गोचर करने के बाद वृषभ राशि के जातकों के लिए दूसरा भाव यानी कि धन का भाव और छठा भाव यानी कि कर्ज का भाव, आठवां भाव यानी कि अचानक धन लाभ का भाव और दसवां भाव यानी कि कारोबार का भाव यह चारों ही एक्टिव हो जाएंगे। जिनकी आयु 25 से लेकर 60 साल के बीच है। वृषभ राशि के जातकों का जन्म वह सूर्य के कृतिका नक्षत्र के तीसरे, दूसरे, तीसरे, चौथे चरण में होता है। चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में होता है और मंगल के मृषा नक्षत्र के पहले दो चरणों में होता है। वृषभ राशि के जितने भी जातक सूर्य के कृतिका और चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में पैदा हुए हैं और प्रोफेशनल लाइफ में एंट्री कर चुके हैं।  उन पर इस समय राहु की महादशा चल रही है जबकि मंगल के वृक्षा नक्षत्र में पैदा हुए वृषभ राशि के जातक इस समय गुरु की महादशा से गुजर रहे हैं। इसका मतलब है कि वृषभ राशि के अधिकतर जातक जो प्रोफेशनल लाइफ में है उन पर या तो राहु की महादशा चल रही है या गुरु की महादशा दशा चल रही है और या तो शुरू हो रही है। राहु और गुरु की महादशा वालों के लिए साल के आखिरी सात महीने पैसे के लिहाज से बहुत अच्छे आने रहने वाले हैं।

सबसे पहले साल की शुरुआत की कुंडली से तो शनि आपके कारोबार के स्थान को मजबूत कर रहे हैं। यहां पर दशम स्थान में है जबकि गुरु आपकी राशि के ऊपर से गोचर कर रहे हैं। यदि आप कोई कार्य पार्टनरशिप में करना चाहते हैं तो 15 मई से पहले तक का समय आपके लिए अच्छा है लेकिन यदि आप जॉब कर रहे हैं और आपको प्रमोशन का इंतजार है तो आपको 29 मार्च तक इसका इंतजार करना चाहिए। शनि 11वें भाव में आते ही इस भाव को मजबूत करेंगे। यह वृद्धि का भाव होता है और इससे आपको प्रमोशन मिल सकती है। वृषभ राशि के जो जातक हैं उनका अपना जो पहला कारोबार जो करना चाहते हैं वह या पहली जॉब करना चाहते हैं  यह कार्य 15 मई के बाद किया जाए क्योंकि 15 मई को गुरु कुंडली के दूसरे भाव को एक्टिव करेंगे। दूसरा भाव कुंडली में पहली नौकरी का भाव होता है. प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत में दूसरे भाव का बहुत संबंध होता है। लिहाजा यहां गुरु की उपस्थिति इसके अच्छे फल देगी आपकी राशि पर। 23 मई से लेकर 6 जून के बीच बुध का प्रभाव रहेगा और बुध आपके लिए धन स्थान के स्वामी हैं। धन स्थान के स्वामी का राशि के साथ संबंध बनाना निश्चित तौर पर इस अवधि में धन का लाभ दे सकता है। इसके अलावा बुध का गोचर 15 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक कन्या राशि में होगा। बुध आपके आय भाव को एक्टिव करेंगे।

आपकी खुद की  राशि है उसके स्वामी शुक्र 29 जून से लेकर 26 जुलाई तक चंद्रमा के ऊपर से गोचर करेंगे। जिससे आपकी आय बढ़ती हुई नजर आएगी। बुध एक बार फिर 24 अक्टूबर से लेकर 9 नवंबर के मध्य आपके सातवें भाव से गुजरेंगे और राशि के साथ संबंध बनाएंगे। जिससे धन की वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। इस दौरान कोई नई बिजनेस पार्टनरशिप भी हो सकती है। जबकि 26 नवंबर से लेकर 20 दिसंबर के बीच आपके सातवें भाव गोचर करेंगे और स्वयं की राशि को यह मजबूत करेंगे। पूरे साल में जुलाई और अगस्त महीने में पैसे के वृद्धि के लिहाज से ज्यादा अच्छा संकेत नजर नहीं आता। जबकि अन्य महीनों में आपको पैसे के फ्लो में कमी नहीं आएगी।

वृषभ राशि के जो जातक हैं उनके लिए बुध धन स्थान के स्वामी बनते हैं और गुरु आय स्थान के स्वामी बनते हैं। गुरु इन दोनों भावों के कारक ग्रह भी हैं। बहुत सार ऐसे जातक हैं जिनके ऊपर गुरु की महादशा भी चल रही है।

बुध का उपाय: कोई फलदार पेड़ लगाइए और ओम ब्रिम बृहस्पतये नमः का जाप करें।

वृषभ राशि प्रेम एवं संबंध राशिफल 2025 

बुध आपके लिए पंचम स्थान के भी स्वामी बनते हैं। धन स्थान के भी स्वामी बनते हैं इसका मजबूत होना वैसे भी आपके लिए जरूरी है। बुधवार के दिन हरी चीजों का दान करिए। मूंग की हरी दाल का का डोनेशन किया जा सकता है।
वृषभ राशि के जातकों के लिए वर्ष 2025 में प्रेम जीवन के संदर्भ में मिश्रित परिणाम देखने को मिल सकते हैं. वर्ष की शुरुआत से लेकर मई तक आपके पंचम भाव में केतु की उपस्थिति रहेगी, जो प्रेम संबंधों में कुछ गलतफहमियों का कारण बन सकती है.
हालांकि, इस दौरान एक सकारात्मक पहलू यह है कि लगभग उसी समय, यानी मई के मध्य तक, बृहस्पति देव आपके पंचम भाव पर दृष्टि डालेंगे, जिससे उन गलतफहमियों को शीघ्रता से सुलझाने का प्रयास होगा. इस प्रकार, प्रेम संबंधों में कुछ समस्याएं उत्पन्न होंगी, लेकिन वे जल्दी ही हल भी हो जाएंगी.
मई के मध्य के बाद, बृहस्पति का गोचर दूसरे भाव में और केतु का गोचर चतुर्थ भाव में होगा, जिससे गलतफहमियों की मात्रा में कमी आएगी. फिर भी, इस समय शनि का प्रभाव पंचम भाव पर बना रहेगा. इसलिए, सामान्य गलतफहमियां तो समाप्त हो जाएंगी, लेकिन वास्तविक गलतियों के परिणाम हानिकारक हो सकते हैं.

व्यक्तिगत और विस्तृत कुंडली विश्लेषण के लिए कॉल: 96694 11223

Kundliguru Youtube Channel Message on Whatsapp
जानें इष्ट देव,रुद्राक्ष, शुभ फलदायी उपाय