कर्क, वृश्चिक और मकर मीन जो राशियां हैं ये जल तत्व की राशियां होती हैं। शनि यहां पर बहुत ज्यादा वो असर नहीं करते। अपनी साढ़े साती में हालांकि उनकी दृष्टि का असर जरूर होता है लेकिन बहुत ज्यादा नुकसान साढ़े साती में नहीं होता। इन राशियों को तो मीन राशि एक ऐसी राशि है जिसको बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। 1 जनवरी को गुरु का गोचर आपकी कुंडली में तीसरे भाव में हो रहा है। दो राशि में गुरु गोचर कर रहे हैं। राहु-केतु आपकी कुंडली में चंद्रमा के ऊपर से और सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। 29 मार्च को शनि आपकी कुंडली में आपके चंद्रमा के ऊपर से आ जाएंगे यानी कि शनि की साढ़े साती की दूसरी ढैया शुरू हो जाएगी। गुरु थोड़ा सा आगे निकलेंगे 15 दिन बाद ही। लगभग 15 मई को गुरु का गोचर लगभग डेढ़ महीने बाद होगा। गुरु आपकी कुंडली में चौथे भाव में आ जाएंगे। यहां पर चौथे भाव में बैठकर गुरु 12वें भाव को देखेंगे और अष्टम को देखेंगे और आपके दशम भाव को देखेंगे। शनि भी दशम, तीसरे भाव , शनि सप्तम को भी देखेंगे। केतु आपकी कुंडली में छठे भाव में आ जाएंगे, ये 29 मई को होगा और आपकी कुंडली में राहु 12वें चले जाएंगे। राहु या केतु दोनों में से एक का ही गोचर शुभ होता है यानी कि मोटे तौर पर केतु का गोचर आपके लिए शुभ हो जाएगा। यहां पर काल पुरुष की कुंडली में आकर उच्च के हो जाते हैं। शनि का गोचर चूंकि शनि की साढ़े साती है इसलिए शुभ नहीं मानेंगे। शनि गोचर करेंगे आपकी कुंडली में चंद्रमा के ऊपर से। शनि आपकी कुंडली में 11वें और 12वें दो भावों के स्वामी होते हैं। उस राशि से ये तीसरे चले जाएंगे, आय स्थान से संबंधित फल अच्छा करेंगे क्योंकि अपनी राशि से तीसरे गोचर करना अच्छा है।
शनि सप्तम को देखेंगे यदि आप शादी का विचार कर रहे हैं तो चीजें डिले हो सकती हैं क्योंकि यहां पर शनि सप्तम को देखेंगे। सप्तम शादी वाला स्थान होता है। पार्टनरशिप करके बिजनेस करना चाहते हैं तो वहां पर भी जरूर ध्यान से काम करें। क्योंकि सप्तम शनि के प्रभाव में रहेगा, चीजें डिले करवाएंगे। गुरु ब्लेसिंग्स के कारक है तो कारोबार से संबंधित फल अच्छे मिलने जा रहे हैं। इन दोनों ग्रहों के प्रभाव से आप डेफिनेटली एंजॉय करेंगे। राहु 12वें भाव में है और गुरु की दृष्टि 12वें भाव के ऊपर यानी कि मीन राशि के जितने भी जातक हैं व डेफिनेटली 25 में विदेश यात्रा कर सकते हैं। 12वां भाव आपका विदेश यात्रा , मोक्ष, हॉस्पिटलाइजेशन का भाव होता है। यहां पर राहु की उपस्थिति अच्छी नहीं है लेकिन चूंकि गुरु की दृष्टि है वो न्यूट्रलाइज हो जाएगा तो उसके अच्छे फल डेफिनेटली आपको जरूर देखने को मिलेंगे। अष्टम आपकी सीक्रेसी का भाव होता है, आपके ससुराल पक्ष से जो आपको फायदा मिलता है। थोड़ा सा गाड़ी जरूर धीमी चलाइए। अपने पासवर्ट थोड़े से सिक्योर रखिएगा। गुरु सुख स्थान में है तो सुख जरूर देंगे लाइफ में। 2025 आपके लिए गुरु के लिहाज से काफी अच्छा रहने वाला है। केतु चूंकि बहुत अच्छी प्लेसमेंट में आ गए हैं। यदि आपको कोई छोटी-मोटी फिजिकल प्रॉब्लम है तो जैसे ही केतु का गोचर होगा वो आपको बहुत उसका अच्छा रिजल्ट देंगे। राहु-केतु का एक गोचर का एक फायदा जरूर होता है ये नुकसान भी होता होता है। केतु भी यहां पर दशम को देखेंगे। केतु और शनि दोनों दशम को देखेंगे, राहु भी देख रहे हैं। केतु की दृष्टि धन स्थान के ऊपर भी रहेगी और धन स्थान के ऊपर केतु की दृष्टि का मतलब यह है कि वहां पर आपको अच्छा फायदा हो सकता है। गुरु की दृष्टि कर्म स्थान के ऊपर है। शादी के मामले में जरूर आपको डिले होगा। गुरु चूंकि केंद्र में है जिनके यहां पर संतान नहीं है उनको संतान का सुख मिल सकता है। संतान जो है वो फिफ्थ हाउस से आती है। आपकी कुंडली में चंद्रमा बनते हैं। पंचम के कारक गुरु होते हैं तो केंद्र में आना गुरु का अच्छा है। संतान का सुख गुरु यहां पर देकर जा सकते हैं। यह आपको डेफिनेटली उसका जरूर फायदा होगा। ये ग्रह पॉजिटिव ग्रह होते हैं यह केंद्र त्रिकोण में अच्छा फल करते हैं तो गुरु केंद्र में होना अच्छा है तीसरे भाव के मुकाबले। गुरु दूसरे, पांचवें, सातवें नौवें और 11वें भाव में होते हैं। उनका गोचर वहां से अच्छा होता है चूंकि आपकी राशि के स्वामी हैं। राशि के स्वामी होकर सुख स्थान में बैठ जाना हर तरह का सुख देने का काम यहां पर गुरु करेंगे। 29 मार्च से लेकर 29 मई तक सावधान रहना होगा। यहां पर शनि और राहु एक साथ हो जाएंगे। शनि और राहु दोनों एक साथ 29 मार्च को शनि आगे आ जाएंगे। शनि और राहु आपकी चंद्रमा के ऊपर से गोचर करेंगे, यह थोड़ी सी नेगेटिविटी आपको दे सकते हैं। पार्टनर के साथ दो पाप ग्रहों का सप्तम को प्रभावित करना अच्छा नहीं है। 29 मार्च से लेकर 29 मई तक जो मीन राशि के हैं उनके ऊपर शुक्र की महादशा चल रही है। बहुत सारे ऐसे जातक होंगे जिनके ऊपर शुक्र की महादशा लास्ट फेस में होगी। शुक्र मीन राशि में आकर उच्च के हो जाते हैं। शुक्र इस राशि के लिए बहुत इंपॉर्टेंट प्लेनेट है क्योंकि यहां पर शुक्र केंद्र के स्वामी भी बनते हैं। आपकी कुंडली में शुक्र तीसरे भाव के स्वामी बनते हैं और इसके अलावा शुक्र आपके लिए अष्टम भाव के स्वामी बनते हैं।
शुक्र को मजबूत करने के उपाय
शुक्र की रेमेडी के तौर पर यदि आप मैरिड हैं तो अपने पार्टनर को कोई सरप्राइज गिफ्ट दीजिए।
गौशाला में जाकर आप गौ माता की सेवा करें।
1 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025: वर्ष 2025 में जीवन सुखद तथा शानदार बना रहेगा। हालांकि, इन महीनों में आपको घर-परिवार से जुड़े मामलों को साधने में कुछ अतिरिक्त समय देना पड़ सकता है। चाहे वह सुख-सुविधाओं को बढ़ाने के मामले हों या फिर वैवाहिक एवं धार्मिक आयोजनों को अंतिम रूप देने की मंशा, सितारों की चाल सुखद एवं शानदार परिणामों की दिशा में बढ़ाने वाली रहेगी। लिहाजा, सूझबूझ को कमजोर न करें। ऐसे संबंधों में उग्र होने से बचें, जो आपके दिल के बहुत करीब हैं। उन्हें समझें और समय दें, जिससे उभर रहे छोटे-छोटे मतभेद दूर किए जा सकें। क्योंकि, इन महीनों में राहू का गोचर अचानक ही आपको संबंधित क्षेत्रों में चुनौती दे सकता है।
1 अप्रैल 2025 से 30 जून 2025: संतान पक्ष को सुन्दर दिनचर्या की ओर बढ़ाने तथा लोक व्यवहार में परांगत करने के साथ उन्हें सक्षम बनाने की मुहिम छिड़ी रहेगी, जिससे आपको और अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। लिहाजा, सूझबूझ को कमजोर न करें। यदि कोई निजी संबंध है, तो उन्हें लेकर आपका उत्साह रहेगा। ऐसे में किसी वांछित बाजार की ओर रुख कर सकते हैं। हालांकि, इन महीनों में पाप ग्रहीय गोचर के कारण कई बार आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लिहाजा, सूझबूझ को कमजोर न करें; अन्यथा, आप परेशान हो सकते हैं। सितारों की चाल वर्ष के इन महीनों में कई बार आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव ला सकती है।
1 जुलाई 2025 से 30 सितम्बर 2025: वर्ष 2025 में घर-परिवार से जुड़ी जिम्मेदारियों को लेकर सतत् भाग-दौड़ करनी पड़ सकती है। चाहे वह घर को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने की बात हो या फिर संबंधों में विश्वास को बनाने और परस्पर चाहत एवं सद्व्यवहारों को विकसित करने की मंशा, सितारों की चाल इस अवधि में खूबसूरत परिणामों की दिशा में बढ़ाने वाली होगी। बशर्ते, पूरी मुस्तैदी के साथ चलें, तो वांछित परिणाम मिल सकते हैं। आपको अपने स्तर पर किसी भी बात में अचानक उग्रता से बचने की आवश्यकता रहेगी; अन्यथा, आप परेशान हो सकते हैं। हालांकि, व्यय भावगत राहू का गोचर संबंधों को सकारात्मक बनाने की दिशा में सहायक रहेगा।
1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसम्बर 2025: वर्ष 2025 में स्वजनों के बीच हंसी-खुशी एवं परस्पर चाहत के पल रहेंगे, जिससे आपका मन उत्साहित रहेगा। यदि पहले के कोई तनाव या परस्पर मतभेद हैं, तो उन्हें दूर करने में आप सक्षम रहेंगे। यदि आप पुत्र एवं पुत्री को दांपत्य सूत्रों से जोड़ना चाहते हैं, तो सितारों की चाल इस अवधि में वांछित एवं सुखद परिणाम देने वाली होगी। लिहाजा, सूझबूझ को कमजोर न करें। यद्यपि राशि स्वामी का गोचर वर्ष के महीनों में शुभ तथा सकारात्मक परिणामों की ओर बढ़ाने वाला रहेगा, जिससे आपका मन उत्साहित रहेगा। इस दौरान, प्रेम संबंधों में उनके साथ वांछित स्थानों में भ्रमण एवं वस्त्राभूषणों की खरीदारी हो सकती है।
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